द्रौपदी मुर्मू का जन्म 2 दिसंबर 1985 को भारत के ओडिशा में कांतापाल नामक एक छोटे से गाँव में हुआ था। वह एक किसान की बेटी थी और उसकी शिक्षा बहुत कम थी।
उनके पिता, शंकर मुर्मू, एक किसान थे और उनकी माँ, कुंतला मुर्मू, एक गृहिणी थीं। द्रौपदी के दो भाई और दो बहनें थीं।
उनके पिता, शंकर मुर्मू, एक किसान थे और उनकी माँ, कुंतला मुर्मू, एक गृहिणी थीं। द्रौपदी के दो भाई और दो बहनें थीं।
द्रौपदी का बचपन ज्यादातर गाँव में बीता, जहाँ उन्होंने स्थानीय स्कूल में पढ़ाई की। अपने खाली समय में, उसे अपने दोस्तों के साथ खेलने और खेतों में अपने पिता की मदद करने में मज़ा आता था।
द्रौपदी का बचपन ज्यादातर गाँव में बीता, जहाँ उन्होंने स्थानीय स्कूल में पढ़ाई की। अपने खाली समय में, उसे अपने दोस्तों के साथ खेलने और खेतों में अपने पिता की मदद करने में मज़ा आता था।
उसके माता-पिता ने उसके सपनों का बहुत समर्थन किया और उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।2009 में, वह भारत में पहली आदिवासी महिला संसद सदस्य बनने के लिए चुनाव लड़ीं।
उसके माता-पिता ने उसके सपनों का बहुत समर्थन किया और उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।2009 में, वह भारत में पहली आदिवासी महिला संसद सदस्य बनने के लिए चुनाव लड़ीं।
द्रौपदी एक उत्कृष्ट शिक्षक और शोधकर्ता हैं। उनकी रुचि के क्षेत्रों में कंप्यूटर विज्ञान, प्रोग्रामिंग और डेटा संरचनाएं शामिल हैं। उन्होंने प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं
द्रौपदी एक उत्कृष्ट शिक्षक और शोधकर्ता हैं। उनकी रुचि के क्षेत्रों में कंप्यूटर विज्ञान, प्रोग्रामिंग और डेटा संरचनाएं शामिल हैं। उन्होंने प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं
जब वह सिर्फ 18 साल की थीं, तब उन्होंने एक सरकारी स्कूल में पढ़ाना शुरू किया। वह अपनी नौकरी को लेकर भावुक थी और जल्दी ही अपने छात्रों के बीच लोकप्रिय हो गई।
जब वह सिर्फ 18 साल की थीं, तब उन्होंने एक सरकारी स्कूल में पढ़ाना शुरू किया। वह अपनी नौकरी को लेकर भावुक थी और जल्दी ही अपने छात्रों के बीच लोकप्रिय हो गई।